Haryana News : पत्रकारों के सामने रो पड़े इनेलो समर्थक पंचायत समिति के अध्यक्ष, जानिए क्यों
सत्य खबर, सिरसा ।
सिरसा जिले की नाथूसरी चोपटा पंचायत समिति के चेयरमैन के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया है। इसके साथ ही चेयरमैन सूरजभान बुमरा की कुर्सी बच गई। कुर्सी बचने पर सूरजभान रो पड़े।
सूरजभान ने विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा को छोड़ इनेलो का दामन थामा था। तभी से उनकी कुर्सी छीनने के प्रयास चल रहे थे। चेयरमैन की कुर्सी बचने से भाजपा को झटका लगा है।
बुधवार को नाथूसरी चोपटा ब्लॉक डेवलपमेंट पंचायत ऑफिस कार्यालय में ADC लक्षित सरीन और बीडीपीओ सार्थक श्रीवास्तव की अध्यक्षता में पंचायत समिति सदस्यों की बैठक हुई।
बैठक में समिति के 30 सदस्यों में से 22 सदस्य शामिल हुए। इनमें से 13 सदस्यों ने सूरजभान के पक्ष में और 9 सदस्य विपक्ष में रहे। अविश्वास प्रस्ताव में जीत के बाद चेयरमैन सूरजभान भावुक हो गए।
सूरजभान ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने विधानसभा चुनाव में भाजपा छोड़ इनेलो का दामन थामने के बाद से ही उनको अध्यक्ष पद से हटाने का षड्यंत्र रचा जा रहा था। पंचायत समिति सदस्यों का समर्थन उनके साथ है और उनकी कुर्सी कायम है।
बता दें कि नाथूसरी चोपटा पंचायत समिति के अध्यक्ष के खिलाफ 11 नवंबर को कई सदस्यों ने डीसी को अविश्वास प्रस्ताव का पत्र सौंपा था। उन्होंने आरोप लगाया था कि अध्यक्ष की कार्यशैली से संतुष्ट नहीं हैं। क्योंकि वह नियमों के अनुसार उसकी सहमति के बिना कार्य कर रहा है, जो कि गलत है। इस कारण हम उसके खिलाफ हैं और अविश्वास प्रस्ताव पारित करना चाहते हैं।
डीसी ने 20 नवंबर को बीडीपीओ कार्यालय में पंचायत समिति सदस्यों की बैठक बुलाई। बैठक में 30 सदस्यों में से 22 सदस्य पहुंचे। 8 सदस्य बैठक में नहीं पहुंचे। ऐसे में सूरजभान बुमरा के विरोध में विपक्ष द्वारा दिया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया और उनकी कुर्सी सुरक्षित रह गई।
नाथूसरी चौपटा पंचायत समिति के चेयरमैन का चुनाव 23 दिसंबर 2022 को हुआ था। जिसमें सूरजभान को सर्वसम्मति से चेयरमैन और मांगेराम पूनिया को वाइस चेयरमैन चुना गया था।